स्वप्निल कुशाले, एक शूटर है, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 50m Rifle 3 Positions इवेंट में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। स्वप्निल इस कैटेगरी में ओलंपिक मेडल जीतने वाले प्रथम भारतीय हैं। उन्होंने भारत के लिए Paris olympics मैं तीसरा मेडल में जीता है। कुसाले पहलीबार 2024 की olympics मे भाग लिया था, और भारत का गर्व बन गए। आइए जानते हैं Swapnil Kusale's Journey to Olympics हिन्दी मे।
आईए जानते हैं S Kusale का कोल्हापूर से olympics तक का सफर कैसा था? क्या आप स्वप्निल का जीवन परिचय जानने को ईछुक हैं? अगर हाँ, ये article आप केलिए ही है।
Table of Contents
स्वप्निल कुसाले का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
कुशाले का जन्म 6 अगस्त 1995 को कोल्हापुर जिले के कंबलवाड़ी गांव में हुआ था। स्वप्निल एक मिडिल क्लास फैमिली से नाता रखते हैं। उनके पिता, सुरेश कुसाले जो एक स्कूल शिक्षक थे, बाल काल में उनके प्रतिभा को देखते हुए, 2009 में उन्हें महाराष्ट्र सरकार के क्रीड़ा प्रबोधिनी खेल कार्यक्रम में दाखिला दिलाया। यह स्कीम का भरपूर लाभ लेते हुए स्वप्निल ने कठिन परिश्रम किया। 2010 में स्वप्निल ने Shooting को अपना खेल चुन लिया। और शूटिंग में भरपूर अभ्यास करते रहे।
बचपन में स्वप्निल के पास शूटिंग में इस्तेमाल होने वाले बुलेट और उपकरण के लिए भी पैसे नहीं रहते थे । पर उनके पिताजी बेटे के लिए कठिन परिश्रम से पैसे का इंतजाम करते थे। इतना तक की, उनके पिताजी बैंक से loan करके बेटे को खेल केलिए जरूरी उपकरण दिलवाते थे। क्या आपको पता हे, shooting केलिए जरूरी instruments, target और bullets आदि काफी महंगे होते हैं।
कुसाले का शिक्षा और करियर
स्वप्निल ने भोंसला मिलिट्री स्कूल और भोंसला मिलिट्री कॉलेज, नाशिक में पढ़ाई की है । 2015 से उन्होंने भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर रूप से कार्य करना शुरू किया था। टिकट कलेक्टर की salary से उन्होंने अपने जीवन का पहला Rifle खरीदा था।
कुसाले का शुरुआती उपलब्धियां
2015 में, स्वप्निल ने कुवैत में एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में जूनियर श्रेणी में 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में स्वर्ण पदक जीता। उसी वर्ष, उन्होंने तुगलकाबाद में आयोजित 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में गगन नारंग और चैन सिंह को पीछे छोड़ते हुए 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। फिर 2017 में, उन्होंने तिरुवनंतपुरम में आयोजित 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में स्वर्ण पदक जीता।
कुसाले का ओलंपिक यात्रा
स्वप्निल ने 2022 में Cairo में आयोजित ISSF World Shooting Championships में चौथे स्थान पर रहते हुए भारत के लिए ओलंपिक कोटा स्थान अर्जित किया, और Paris Olympics में खेलने वाली भारतीय टीम का हिस्सा बन गए। मई 2024 में दिल्ली और भोपाल में trials के बाद उन्हें भारतीय ओलंपिक टीम में शामिल किया गया। पेरिस ओलंपिक 2024 में, स्वप्निल ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल तीन पोजिशन इवेंट में कांस्य पदक जीता। इस इवेंट में ओलंपिक मेडल जीतने वाले वे पहले भारतीय हैं।
Kusale’s Shooting Record अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स मे
अंतरराष्ट्रीय शूटिंग इवेंट | वर्ष | स्थान | पदक | स्कोर/परिणाम |
---|---|---|---|---|
World Cup- Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions (Team) | 2021 | नई दिल्ली, भारत | स्वर्ण | 1320 |
World Cup- Mixed 50 Meter Rifle 3 Positions (Team) | 2022 | बाकू, अज़रबैजान | स्वर्ण | 881 |
World Cup- Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions (Team) | 2022 | बाकू, अज़रबैजान | रजत | 1311 |
World Cup- Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions (individual) | 2022 | बाकू, अज़रबैजान | रजत | 591 |
World Championships Men’s 50m Rifle 3 Positions (Team) | 2022 | काहिरा, मिस्र | कांस्य | 1324 |
Asia Cup-Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions (Team) | 2022 | हांग्जोउ, चीन | स्वर्ण | 1769 (विश्व रिकॉर्ड) |
Asia Cup-Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions(individual)(Junior) | 2015 | कुवैत | स्वर्ण | – |
Olympic 2024 Men’s 50 Meter Rifle 3 Positions (individual) | 2024 | पेरिस, फ्रांस | कांस्य | 451.4 (ओलंपिक्स) |
निष्कर्ष
स्वप्निल कुशाले की कहानी संघर्ष, मेहनत और दृढ़ संकल्प की मिसाल है। उनके जीवन से हमें सीख मिलती है कि सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण कितना महत्वपूर्ण है। स्वप्निल ने साबित कर दिया है कि सच्ची लगन और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनकी सफलता से प्रेरित होकर न केवल युवा निशानेबाज बल्कि सभी खेल प्रेमी अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित होंगे।